Skip to main content

Posts

Showing posts from 2020

राफ़ेल विमान

विश्व के पांच सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान ! 1) सुखोई-35. कीमत 636 करोड़. निर्माता रूस. 2) डॉसौल्ट राफ़ेल . कीमत 694 करोड़. निर्माता फ्रांस. 3) F-35. कीमत 860 करोड़. निर्माता अमेरिका. 4) यूरो फाइटर टाइफून. कीमत 673 करोड़. निर्माता ब्रिटेन इटली जर्मनी और स्पेन. 5) लॉकहीड मार्टिन. कीमत 700 करोड़. निर्माता अमेरिका. विश्व बाजार में यह तय कीमत है. कोई भी देश मोल भाव कर इस तय कीमत से कम में कोई भी लड़ाकू विमान खरीद सकता है. मान लेते इजिप्ट को राफ़ेल खरीदना है, इसकी तय कीमत 694 करोड़ है. विमान के संख्या के ऊपर मोल भाव कर 650 या 600 करोड़ में भी राफ़ेल को खरीद सकता है ! विश्व में सबसे महंगा लड़ाकू विमान फ्रांस का राफ़ेल नही अमेरिका का F-35 है जिसकी बाजार में कीमत 860 करोड़ है. जैसे भारत की यूपीए सरकार ने 126 राफ़ेल का सौदा 42,000 करोड़ में किया था, यानी एक लड़ाकू विमान 570 करोड़ में पड़ा. सौदे में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की शर्त रखी गई थी जहाज बेड़े का बड़ा हिस्सा भारत सरकार की कंपनी H.A.L, डॉसौल्ट से मिलकर निर्माण करने वाली थी ! NDA सरकार ने राफ़ेल का कॉन्ट्रैक्ट अनिल अंबानी के लिए बदल दिया. प्रधानमंत्री ...

सत्य कथाऐं

*दो ऐसी  सत्य कथाऐं  जिनको पढ़ने के बाद शायद आप भी अपनी  ज़िंदगी जीने का अंदाज़ बदलना चाहें:-* पहली * दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद ऐक बार नेल्सन मांडेला अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक रेस्तरां में खाना खाने गए। सबने अपनी अपनी पसंद का खाना  आर्डर किया और खाना आने का इंतजार करने लगे। उसी समय मांडेला की सीट के सामने वाली सीट पर एक व्यक्ति अपने खाने का इंतजार कर रहा था। मांडेला ने अपने सुरक्षा कर्मी से कहा कि उसे भी अपनी टेबल पर बुला लो। ऐसा ही हुआ। खाना आने के बाद सभी खाने लगे, *वो आदमी भी अपना खाना खाने लगा, पर उसके हाथ खाते हुए कांप रहे थे।* खाना खत्म कर वो आदमी सिर झुका कर रेस्तरां से बाहर निकल गया। उस आदमी के जाने के बाद मंडेला के सुरक्षा अधिकारी ने मंडेला से कहा कि वो व्यक्ति शायद बहुत बीमार था, खाते वख़्त उसके हाथ लगातार कांप रहे थे और वह ख़ुद भी कांप रहा था। मांडेला ने कहा नहीं ऐसा नहीं है। *वह उस जेल का जेलर था, जिसमें मुझे कैद रखा गया था। जब कभी मुझे यातनाएं दी जाती थीं  और मै कराहते हुए पानी मांगता था तो ये मेरे ऊपर पेशाब करता था।* मांडेला...

फूलन देवी

# 25_जुलाई_फूलन_की_शहादत देश-विदेश में 14फरवरी को युवक और युवतियां प्यार के दिन के रुप मनाते हैं लेकिन 14फरवरी 1981 को दस्यु सुंदरी फूलन देवी ने कानपुर देहात (रमाबाई नगर) मुख्यालय माती के बेहमई गांव में कुएं के पास दिन दहाड़े एक ही जाति के 22 ठाकुरों को एक कतार में खड़ा करके गोली मार कर उनकी हत्या कर दी थी, जिसे प्रदेश का सबसे बड़ा नरसंहार कहा जाता है। बेहमई गांव में रहने वाले लोगों के दिलो में जिसकी दहशत आज भी है। इस कांड के अधिकतर आरोपी लोगों की मौत हो चुकी है और वादी भी नहीं रहे, जो जिन्दा हैं वह चल फिर नहीं पाते। भले ही फूलन देवी की हत्या हो गयी हो लेकिन बेहमई काण्ड का फैसला अभी तक नहीं आया और इस गांव में आज तक होली नहीं मनायी गयी है।     वीरांगना फूलन देवी का जन्म 10अगस्त 1963 को यमुना पट्टी में बसे ग्राम गोरहा पुरवा मजरा शेखपुर गुढा़ ब्लॉक महेवा कोतवाली व तहसील कालपी जनपद जालौन मुख्यालय उरई के मल्लाह परिवार में हुआ था। वह पिता देवीदीन व माता मूला देवी की संतान थी। 11वर्ष की नाबालिग आयु में ही इनका बाल विवाह कानपुर देहात जिले के महेश पुरा गांव में 30वर्षीय विधुर व शराबी...