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Superstitious

‬: अमेरीका की जनसंख्या 32 करोड हमारे पास तो भगवान ही 33 करोड, फिर भी अमेरीका हमसे आगे क्यों...? ‬: जब-जब पाप बढ़ेगा तब-तब भगवान जन्म लेंगे, अब क्या भगवान की माँ ने आपरेशन करा लिया है...? : जब कोई मूर्तिं दूध पिये तो उसे चमत्कार नहीं कह सकते, चमत्कार तो तब होगा जब मूर्तियां दूध दे और उसे गरीब भूखे बच्चे पीकर भूख मिटा सकें...🇮🇳 : जब *देवी-देवताओं* के पास अपार *शक्तियाँ* थी तो *हथियार* क्या *आलू* छिलने के लिए रखे थे...? ‬: रावण महाराज जी श्रीलंका से थे सीता नेपाल से और हनुमान कर्नाटक से राम उत्तर प्रदेश से थे ये एक दुसरे की भाषा समझते कैसे थे हम तो अब भी नहीं समझते...? : 9 दिन का ब्रत रखने से अच्छा 9 दिन संविधान उठा के पढ़ लो शायद तुम्हारा दिमाक ठीक हो जाये  ‬: अगर बाबा साहब स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री बने होते तो भारत आज विकसित देशों की सूची मे प्रथम स्थान पर होता ‬: जब शुद्र को पढ़ना भी पाप था तब बंदर भी पत्थर पर जय श्री राम लिख रहे थे तब बंदर को एजुकेशन किसने दिया...? """" युवा जोश  """  जय भीम !   जय संविधान !!

Think and Grow Rich

This is an amazing book and magical book which learn you how to maintain your mental level to become rich. In this book there are several examples of the rich persons to grow rich so in my research the persons want to be rich must read this book. So if you want to get this book shop now:

Castism and discrimination in India

Castism and discrimination in India अभी नई आई फिल्म आर्टिकल 15 की बड़ी चर्चा है यह फिल्म जाति के आधार पर होने वाली हिंसा पर आधारित है जाति सिर्फ भारत में है भारत में इसका आधार ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया धर्म है जाति और वर्ण का ज़िक्र ऋग वेद और मनु स्मृति में मिलता है ब्राह्मण ग्रंथों में ही चूंकि वर्ण व्यवस्था का जिक्र हुआ है ब्राह्मण ग्रंथों ऋग्वेद और मनु स्मृति के अलावा भारत के अन्य पंथों में जातिवाद का ज़िक्र नहीं है भारत के बौद्ध दर्शन में जाति नहीं है भारत के जैन दर्शन में जाति नहीं है इसलिए जातिवाद को ब्राह्मणवाद भी कहा जाता है लेकिन अब जाति व्यवस्था की रक्षा सिर्फ ब्राह्मणों के द्वारा नहीं करी जाती अब हरेक जाति वाला अपनी जाति की रक्षा करता है कोई भी अपनी जाति छोड़ने को तैयार नहीं है क्योंकि भारत की जाति व्यवस्था सीढ़ीदार है यहाँ हरेक जाति वाला खुद को किसी दूसरी जाति से बड़ा समझता है ब्राह्मण क्षत्रीय से ऊंचा है क्षत्रीय वैश्य से ऊंचा है वैश्य शूद्र से ऊंचा है जाटव बाल्मीकी से ऊंचा है बाल्मीकि धोबी से ऊंचा है धोबी नाइ से ऊंचा है तो सब अपने...